Year: 2022 | Month: April | Volume 1 | Issue 1
शिक्षा में स्षातकोत्तर (एम.एड.) के शिद्षाश्थि यों कषा क्ेत्र प्रशिक्ण के प्रशत अशििृशत्त कषा अधयय्
डॉ. आर. पुषपपा नपामदेव एव रेखपा नपामदेव
DOI:Coming soon...
Abstract:
हशक्पा की गुणवत्पा पर हशक्क एवं हशक्क प्हशक्कों दोनों कपा सीधपा प्िपाव पड़तपा है। हमपारे देश में अधयपापक हशक्पा के कपायधाक्रम अनेक सतरों पर प्चहलत है। देश िर में शपासकीय एवं हनजी हशक्ण संस्पानों द्पारपा अधयपापक प्हशक्ण कपायधाक्रम संचपाहलत हकए जपा रहे है। अधयपापक हशक्पा के मपाधयम से हशक्कों को इस हेतु तैयपार हकयपा जपा रहपा है हक वे हवद्पालयों को वपासतहवक रूप से हवद्पाह्धायों के हलए सीखने की संस्पा बनपा सके । हशक्कों की गुणवत्पा एवं उनके कपायधा करने के तरीकों में बदलपाव की वपासतहवक हिममेदपारी हशक्ण प्हशक्ण संस्पानों पर है। इसी तपारतमय में प्हशक्ण संस्पानों में अधयपापकों की प्हशक्ुतपा, अभयपास हशक्ण, प्पायोहगक कपायधा त्पा पकूरक शैहक्क हक्रयपाओं पर उहचत धयपान देने हेतु रपाषट्ीय अधयपापक हशक्पा पररषद अहधसकूचनपा 2014 लपागकू की गई। हजसके तहत हशक्क हशक्पा पपाठ् यक्रम (बी.एड. एवं एम.एड.) के अवहध को एक वषधा से बढ़पाकर दो वषधा हकयपा गयपा। हजसमें क्ेत्र प्हशक्ण पर हवशेष बल हदयपा गयपा एवं इसकी अवहध कपा हवसतपार कर अनेक गहतहवहधयों को शपाहमल हकयपा गयपा। प्हशक्ुओं को हवहिनन प्कपार के अनुिव द्पारपा कु शल हशक्क एवं हशक्क प्हशक्क बनपाने कपा प्यपास हकयपा गयपा। क्ेत्र प्हशक्ण के महतव को देखते हुए प्सतुत शोध अधययन हकयपा गयपा। शोध कपा मुखय उद्ेशय हशक्पा में सनपातकोत्र (एम.एड.) के हवद्पाह्धायों कपा क्ेत्र प्हशक्ण के प्हत अहिवृहत् कपा अधययन करनपा ्पा। प्सतुत शोध में हिलपाई नगर के हशक्क प्हशक्ण महपाहवद्पालयों से 60 हशक्पा में सनपातकोत्र (एम.एड.) के चतु्धा सत्र के हवद्पाह्धायों को नयपादशधा के रूप में शपाहमल हकयपा गयपा। क्ेत्र प्हशक्ण के प्हत हवद्पाह्धायों की अहिवृहत् को जपानने हेतु सपाक्पातकपार कपा उपयोग कर प्पाप्त प्दत्ों कपा गुणपातमक हवश्े षण हकयपा गयपा। प्पाप्त प्दत्ों के हवश्ेषण में यह पपायपा गयपा हक अनेक हवद्पाह्धायों कपा मपाननपा है हक क्ेत्र प्हशक्ण कपायधाक्रम उनमें हशक्ण प्हक्रयपा की वपासतहवक समझ हवकहसत करतपा है। यह प्हशक्ण पढ़े गए हसद्पानत एवं प्पायोहगक ज्पान को प्िपावी रूप से समेहकत करतपा है एवं इसके द्पारपा वे अपने हशक्ण कौशल कपा आलोचनपातमक हचंतन करने में सक्म होते है। इस प्कपार प्पाप्त हनषकषषों द्पारपा हम कह सकते है हक हशक्पा में सनपातकोत्र (एम.एड.) के हवद्पाह्धायों के हलए क्ेत्र प्हशक्ण कपायधाक्रम उपयोगी है अतः एन.सी.टी.ई. के द्पारपा इस पपाठ् यक्रम में यह पहल हनहचित ही हशक्क प्हशक्कों की गुणवत्पा केहवकपास में सहपायक हसद् हो रहपा है।
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